सारंगढ़. 21 जुलाई 2015 को भीम आर्मी भारत एकता मिशन का गठन उ.प्र.के सहारनपुर जिला के फतेहपुर गांव में हुआ था।जिसका संस्थापक एड चंद्रशेखर आजाद व राष्ट्रीय अध्यक्ष ,विनय रतनसिंह,राष्ट्रीय महासचिव कमलसिंह वालिया हैं।भीम आर्मी भारत एकता मिशन के गठन का मुख्य उद्देश्य (1) भीम आर्मी पाठ शाला के माध्यम से सम्पूर्ण बहुजन समाज को महुजन महापुरुषों का पहचान कराकर उनके द्वारा देश और समाज के लिए किए गए समाजिक उत्थान को जागरूकता करना। (2)अन्याय शोषण के खिलाफ लड़ना सिखाना।(4)भारत के संविधान की रक्षा करना,आज भीम आर्मी भारत एकता मिशन को पूरे 7 वर्ष हुए हैं।और इतने कम समय में भारत की कोने कोने तक ही नही पहुंचा।बल्कि देश के साथ साथ विश्व में भी आज अपना पहचान बना चुका है।जो देश के साथ बहुजन समाज की बहुत ही बड़ा उपलब्धि है।भीम आर्मी भारत एकता मिशन को पूरे 7 वर्ष होने पर 21 जुलाई 2022 को भारत देश की राजधानी दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था।जिसमे भीम आर्मी के संस्थापक एड चंद्रशेखर आजाद,राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतनसिंह,राष्ट्रीय महासचिव कमलसिंह वालिया,जी व पूरे राष्ट्रीय कमेटी के साथ 24 राज्य से भीम आर्मी के राज्य प्रमुख हिमांशुबाल्मीकि,महकसिंह,
राजकुमारजांगड़े,सुनिलबेरसियाबलवीरगलचा,लंकेश रावण,के साथ सभी राष्ट्रीय कमेटी के साथ सभी राज्य प्रमुख व देश के सक्रिय लाखों पदाधिकारी कर्यकर्ताओं की मौजूदगी में भीम आर्मी संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष ए एस पी कांशीराम एड चंद्रशेखर आजाद राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतनसिंह राष्ट्रीय महासचिव कमलसिंह वालिया ने भीम आर्मी छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े का अशोक स्तंभ व भीम आर्मी उद्देशिका के मोमेंटो देकर किया सम्मानित वहीं राजकुमार जांगड़े ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं अपने खून पसीना लगाकर पूरी ईमानदारी से भीम आर्मी को अपने प्रदेश छत्तीसगढ़ के सभी जिलों भीम आर्मी को मजबूत करूंगा।और एड चंद्रशेखर आजाद जी को इस देश के तानाशाहियों के खिलाफ लड़ने में कंधा को बजबूत करूंगा व बहुजन समाज को इस देश का हुक्मरान बनाने में जी तोड़ मेहनत करूंगा।