
सिंगारपुर में अवैध शराब बिक्री से गाँव का माहौल बिगड़ा, ग्रामीण परेशान

सारंगढ़ बिलाईगढ़ – जिला मुख्यालय से महज 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सिंगारपुर में इन दिनों अवैध शराब की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। इसके चलते गाँव का माहौल बिगड़ता जा रहा है और अपराधों में वृद्धि हो रही है। इस स्थिति से सबसे अधिक प्रभावित महिलाएं और बच्चे हो रहे हैं।
ग्रामवासियों ने अवैध शराब के इस धंधे के खिलाफ कई बार आवाज उठाई है, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। कई बार पुलिस और आबकारी विभाग ने गाँव में दबिश भी दी, परंतु नशे के सौदागर अब भी सक्रिय हैं।
ग्राम पंचायत और सरपंच पर सवाल
ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध शराब बिक्री की जानकारी सरपंच सहित पंचायत के कुछ अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को भी है, लेकिन उनकी मौन सहमति के कारण शराब माफियाओं का मनोबल ऊंचा है। इस मामले में सरपंच पति और प्रतिनिधि अशोक पटेल ने अनभिज्ञता जताई, लेकिन ग्रामीणों की शिकायतें इसके विपरीत संकेत देती हैं।
अवैध शराब का बढ़ता प्रभाव
गाँव में महुआ शराब, अंग्रेजी शराब और यहाँ तक कि ओडिशा की शराब भी आसानी से उपलब्ध है। इसके चलते युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही है। अवैध शराब के कारण गाँव में कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जैसे चोरी, मारपीट और अन्य अपराधों का बढ़ना।
मीडिया से हस्तक्षेप की अपील
गाँव के शिक्षित युवाओं ने मीडिया से इस गंभीर मुद्दे को उजागर करने की अपील की है ताकि प्रशासन और पुलिस विभाग इस पर सख्त कार्रवाई कर सके। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
क्या करेंगे प्रशासनिक अधिकारी?
अब देखना होगा कि इस खबर के प्रकाशन के बाद आबकारी और पुलिस विभाग क्या कार्रवाई करते हैं और गाँव में बिगड़ते माहौल को कैसे सुधारने की कोशिश करते हैं।