नवा जतन प्रशिक्षण संकुल केन्द्र हसौद (ब) में सम्पन्न हुआ
हसौद: “नवा जतन”कार्यक्रम के अंतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हसौद में सम्प्पन हुआ।
प्रथम दिवस में उपस्थित संकुल प्रभारी प्राचार्य प्रतिनिधि विनय कुमार रात्रे ,व्याख्याता सुनील कुमार भारद्वाज, व्याख्याता विजय कुमार पटेल , शैक्षिक समन्वयक सीएससी जगजीवन जांगड़े के द्वारा मां सरस्वती के तैल चित्र पर पूजा कर संविधान के उद्देशिका का वाचन कर प्रशिक्षण का शुभारंभ
किया गया ।
संकुल शैक्षिक समन्वयक जगजीवन जांगड़े मास्टर ट्रेनर द्वारा नवा जतन अंर्तगत कोविड 19 के दौरान स्कूली बच्चे की पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है उसे कैसे पूरा करें?इस पर प्रशिक्षण दिया गया
प्रथम दिवस में जांगड़े द्वारा अधारभूत साक्षरता और सँख्यात्मकता, राष्ट्रीय शिक्षानीति 2020 के तहत सभी को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके ,एक न्यायसंगत और जीवंत ज्ञान में योगदान देना,स्कूली शिक्षा में 2.1 से 2.9 आधारभूत साक्षरता और सँख्यात्मकता को विस्तार से समझाया गया।
आधारभूत साक्षरता में समझकर पढ़ना ,समझ के साथ सुनना और बोलना ,विभिन्न उद्देश्यों के लिये लेखन कार्य करने हेतु सभी परीक्षार्थियों को प्रेरित किया गया।
आधारभूत सँख्यात्मकता में गणितीय सोच का विकास व सँख्यात्मक भाव विकास,संख्या के बारे में समझना ,समस्या समाधान के लिये संख्याओं की बुनियादी संक्रियाओं का अनुप्रयोग ,को बताया गया।
(एफ एल एन) फाऊंडेशनल लिटरेसी एंड नमरेसी में शिक्षक की प्रधानता को पहचानना एक जरूरी आवश्यक सीखने की पूर्व अपेक्षा आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ताकि आवश्यकता आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक की आवश्यकता में प्रमुख रूप से निम्न बिंदुओं पर चर्चा किया गया कम सीखने का स्तर सीखने का संकट शाला ,त्यागी की बढ़ी हुई दर ,अनुपयुक्त भाषाई और गणितीय कौशल ,
इस प्रकार द्वितीय दिवस में सार्वभौमिक सतत विकास लक्ष्य (एस डीजी )लक्ष्य 4.1 लक्ष्य 4.2,लक्ष्य 4.5 आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक राष्ट्रीय मिशन आधारभूत आवश्यकता पर राष्ट्रीय मिशन वैश्विक सार्वभौमिक का मुख्य उद्देश्य कक्षा तीसरी में प्रवेश करने तक विद्यार्थियों को सार्थक पठन-पाठन करने में सक्षम बनाना ,कक्षा तीन तक के शिक्षार्थियों में अंकगणित और उससे संबंधित अवधारणाओं से संबंधित बुनियादी समाज और दक्षताओं का विकास करना ,बेहतर तरीके से आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक प्राप्त करने के लिए शिक्षार्थियों के बीच कौशल का विकास करना ताकि वे अपने कक्षा शिक्षण को अपने स्कूल के बाहर के अनुभवों से समाहित कर सके वैश्विक स्थिति
पाठ्यचर्या में सुधार नवाचार शिक्षक शैक्षणिक कार्यक्रमों का पुनर्गठन ,आकलन पुनरीक्षण ,प्रशासनिक सहयोग ,शैक्षणिक नवाचार,पाठ्यचर्या में सुधार विद्यार्थियों में सीखने की जिज्ञासा विकसित करना विभिन्न सामाजिक आर्थिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के बच्चों का विकास पूर्व असली पूर्वी और प्राथमिक ग्रेड पाठ्यक्रम में निरंतरता कम सीखने के परिणामों के लिए पाठ्यक्रम में बच्चों के लिए अधिक स्थान बहुत संसाधन सामग्री का विकास क्षेत्रीय भाषाओं में इस सामग्री का विकास दृष्टिबाधित लोगों के लिए पुस्तकें आदि नवा जतन के तहत नवाचार कार्यक्रम को जगजीवन जांगड़े द्वारा अंतिम दिवस पर सभी को प्रशासनिक सहयोग व एकीकृत क्रियान्वयन करने के तौर-तरीके का विकास( ई एल पी एस पद्धति)को शिक्षकों के साथ साझा किया गया
कुछ प्रमुख प्रस्ताव स्वास्थ्य और पोषण में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा ,मध्यान भोजन के साथ स्फूर्ति दायक नाश्ता ,नियमित स्वास्थ्य रेखा पर स्वास्थ्य कार्ड खुले संसाधनों का राष्ट्रीय कोष ई बुक कंटेंस कोर्स ई लाइब्रेरी दीक्षा एप के बारे में बताया गया कुछ प्रमुख प्रस्ताव साथी शिक्षण सर्व भौमिक s.l.n. प्राप्त करने के मिशन में शिक्षकों का समर्थन करने के लिए सभी व्यावहारिक तरीकों का पता लगाया गया 1,2,1 ट्यूशन सीखने के लिए न केवल शिक्षार्थी के लिए अत्यंत प्रभावी है वरन उसके शिक्षक के लिए भी सभी छात्रों के लिए स्वैच्छिक और आनंददायक गतिविधि प्रशिक्षित अध्यापक की देखरेख में इसे स्वैच्छिक रूप में लिया जा सकता है और सभी छात्रों के लिए आनंददायक गतिविधि भी हो सकता है समुदाय के सदस्य द्वारा स्वयंसेवी गतिविधि एक-एक छात्र को पढ़ना सिखाने समुदाय का हर क्षण सदस्य प्रतिबद्ध हो सकता है जिसे जिले का उनका बहुत जल्दी बदल सकता है इस पर भी चर्चा किया गया।
इस प्रशिक्षण में मनोहर लहरें ,डोलमती पटेल ,मंजू लहरें भामिनी सिधार ,उषा धिरहे , ममता बंजारे ,महेंद्र रात्रे,मोहन लाल साहू ,अंजली प्रकाश नायक ,हेरोद कुमार, लोचन माली ,अनिल पटेल, सुनीता कश्यप, येकानंद रात्रे, विश्वनाथ प्रताप टण्डन, बाबूलाल माली ,दोमनिका तिर्की ,रामकुमार कश्यप ,छोटेलाल बंजारे, अनुज राम अनन्त
आदि प्रशिक्षार्थी प्रशिक्षण में शामिल रहे