

सारंगढ़, 12 जुलाई |
सारंगढ़ से सटे ग्राम पंचायत चंदाई में महिलाओं ने शराबबंदी को लेकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया। सरपंच समुंद बाई खूंटे के नेतृत्व में गांव की महिलाओं ने शराब के खिलाफ मोर्चा निकाला और पूरे गांव में रैली निकालकर जागरूकता फैलाई। साथ ही उन्होंने सारंगढ़ पुलिस प्रशासन से भी गुहार लगाई कि गांव में शराब की बिक्री और सेवन पर तत्काल सख्ती की जाए।
महिलाओं की एकजुट आवाज — “हमारे घर बर्बाद हो रहे हैं”
गांव की महिलाओं ने बताया कि पुरुषों द्वारा शराब पीने से घरों में झगड़ा, मारपीट, मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना बढ़ती जा रही है। कई परिवार टूटने की कगार पर हैं, छोटे-छोटे बच्चे शिक्षा से दूर हो रहे हैं और युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है।
एक महिला ने गुस्से में कहा —
“जब तक गांव से शराब नहीं हटेगी, तब तक हम चुप नहीं बैठेंगी। यह सिर्फ पुरुषों का नहीं, पूरे समाज का नुकसान कर रही है।”
सरपंच की अपील — “गांव को नशामुक्त बनाना है”
सरपंच समुंद बाई खूंटे ने रैली के दौरान कहा —
“हमारे गांव की पहचान मेहनतकश और शांतिपूर्ण जीवनशैली से रही है, लेकिन शराब ने हमारे समाज में जहर घोल दिया है। हमें मिलकर इसे रोकना होगा। प्रशासन से निवेदन है कि गांव में किसी भी प्रकार की शराब बिक्री को रोका जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।”
प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
महिला समूह ने यह भी मांग की कि गांव में यदि कोई अवैध रूप से शराब बेच रहा हो या सेवन कर रहा हो तो उसके विरुद्ध तुरंत कार्रवाई हो। साथ ही शराब की आपूर्ति और बिक्री पर स्थायी प्रतिबंध लगाया जाए।




