छत्तीसगढ़सरगुजा

वर्षों बाद NSUI ने महाविद्यालय में जड़ा ताला 1 दिन में हुआ समस्याओं का समाधान


सरगुजा/सीतापुर शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय सीतापुर में अपनी 6 सूत्रीय माँगों को लेकर गगन दास,अभिषेक गुप्ता,अंकित दास के नेतृत्व में एनएसयूआई सीतापुर के बैनर तले शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय सीतापुर का घेराव कर ज्ञापन के माध्यम से अपनी मांगों का निराकरण चाहा था।
जिसके बाद उपस्थित प्राधिकारी द्वारा मांगों को स्वीकारते हुए प्राचार्य मैडम से चर्चा कर व मांगों को अनुसंशित कर उनके निराकरण की बात कही गई थी ततपश्चात सोमवार को एनएसयूआई सीतापुर से गगन दास द्वारा प्राचार्य मैडम से चर्चा की गई एवं मांगों को सहर्ष स्वीकारते हुए उसका त्वरित निराकरण किया गया।
इससे पहले 3 वर्ष पूर्व वर्तमान में पार्षद अंकुर दास के नेतृत्व में महाविद्यालय सीतापुर में ताला जड़ा गया था एवं समस्याओं समाधान यथाशीघ्र करवाया गया था ठीक उसी अंदाज में NSUI आज यूँ कहें कि पुनर्जीवित हो उठी हो और महाविद्यालय में ताला जड़कर अपनी मांगों को पूरा कराया जा रहा है।

मांगों की निराकरण सम्बंधित जानकारी निम्नलिखित है-

स्वाध्यायी छात्रों को नियमित(Regular)में प्रवेश देना सोमवार से प्रारंभ कर दिया गया है प्रवेश के लिए आदेश महाविद्यालय में चस्पा भी कर दी गयी है।

बायोमैट्रिक मशीन का सुधार एक सप्ताह के अंदर करवाने का आश्वासन दिया गया।

पार्किंग के लिए स्थल चयन किया गया है स्थिति एवं समयानुसार उसका कार्य सम्पन्न करा लिया जावेगा एवं महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता के लिए सम्बन्धित कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है।

स्थांतरण प्रमाण पत्र व चरित्र प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजों में अधिकारियों के हस्ताक्षर को लेकर प्राचार्य मैडम ने निर्देश दिया है कि जो छात्र NCC,NSS से नहीं जुड़े थे उन्हें उनके सम्बन्धित अधिकारियों के हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं रहेगी एक आवेदन देना होगा जिसमें छात्र यह उल्लेखित करें कि वे NCC व NSS से नहीं जुड़े थे ततपश्चात छात्रों को सुगमता से दस्तावेज प्राप्त हो जाएंगे।

.वाणिज्य संकाय के लिए कक्ष की व्यवस्था अक्टूबर माह में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के बाद प्रतिस्थापित किया जाएगा।

खेल व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया यथाशीघ्र प्रारंभ किया जाएगा एवं विगत 3 वर्षों से वार्षिकोत्सव की नगण्यता को दूर करते हुए इस वर्ष वार्षिकोत्सव का आयोजन प्राथमिकता से किया जाएगा।

.छात्रों से हो रहे दुर्व्यवहार के लिए अनुशासन समिति से रिपोर्ट प्राप्त कर समय समय पर प्राचार्य द्वारा समीक्षा की जाएगी।।

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