कोसीरछत्तीसगढ़

जन्मजात न्यूरल ट्यूब दोष (मेनिंजोमायलोसिल) का निःशुल्क इलाज “चिरायु” से नव जीवन की उम्मीद बनी चिरायु


कोसीर. गर्भावस्था में माताओं द्वारा वैक्सीन, आयरन की फोलिक एसिड, डाइट पर्याप्त न लेने के वजह से विभिन्न प्रकार के शारिरिक विकलांगता नवजात शिशुओं में देखने को मिलता है। तमाम तरह की असमान्यता को चिन्हित कर इलाज कराने में “चिरायु” टीम की अहम भूमिका है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारंगढ की चिरायु टीम के अधिकारी डॉ.पी.डी. खरे व सदस्यों ने हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर अंतर्गत आने वाली आंगनबाड़ी केंद्र खुड़बेना में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान लव चन्द्रा / शंकर चन्द्रा 03 माह को जन्मजात न्यूरल ट्यूब दोष (मेनिंजोमायलोसिल) से ग्रसित पाया था जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए नजदीकी मेडिकल कॉलेज रायगढ़ बेहतर जांच व इलाज हेतु रिफर किया था।
फिर परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के शिशु सर्जन डॉ0 माने को बच्चे दिखाया गया। अस्पताल में भर्ती के बाद समस्त प्रकार के आवश्यक जांच सामान्य होने पर 14 अप्रेल 2022 को ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन उपरांत 01 सप्ताह तक अपने सुपरविजन में रखने और नित्य बच्चे की स्वस्थता की जांचोपरान्त कल अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। बच्चा अभी स्वस्थ है, चिरायु टीम सारंगढ द्वारा नित्य फोन के माध्यम से उनके पिता शंकरलाल से हाल चाल पूछा जाता रहा है। परिजन भी चिरायु टीम की कार्यकुशलता की सराहना करते नही थक रहे है। सामु. स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ अंतर्गत संचालित हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर उच्चभिट्ठी की श्रीमती सीमा व कौशलेश जांगड़े, आर.एच.ओ. (उच्चभिट्ठी) तथा प्रेमलता पलांगे व राजकुमार निराला (आर.एच.ओ लेन्धरा) की कर्मठता और जिम्मेदारी भी इस नेक कार्य का राज है। जिन्होंने हमेशा फॉलोअप किया और मनोबल बढ़ाने का काम किया।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.एल. सिदार और खण्ड प्रोग्राम मैनेजर श्री एन0 एल0 इजारदार की नेतृत्व में चिरायु का स्कूल व आंगनबाड़ी स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम बखूबी से संचालित है। चिरायु टीम के अधिकारी डॉ. पी. डी. खरे , डॉ.प्रभा , डॉ. नम्रता, डॉ.पंकज, डॉ. पटेल, फार्मासिस्ट योगेश चन्द्रा, श्रीमती हिंगलेश्वरी, सिस्टर श्रीमती मोंगरा कंवर, लैब टेक्नोलॉजिस्ट श्री बी. डी. भारद्वाज, मनीष श्रीवास्तव, उमाकांत, अशोक, महापात्रे (ई.सी.जी.टेक्नीशियन), श्री शैलेश (एक्स रे टेक्नीशियन) उपरोक्त टेक्निकल हाथों का चिरायु प्रोग्राम को सफल बनाने में सतत सहयोग रहा है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस. एन. केशरी, नोडल डॉ. योगेश पटेल, जतन केंद्र के अधिकारी डॉ. सिन्हा, डॉ. मनीष नायक, श्री उपेंद्र कश्यप जी, चक्रधर पटेल (ऑडियो) और समस्त कर्मचारियों का सहयोग रहा है।
नव जीवन की उम्मीद बनी चिरायु । सारंगढ़ के सुदूर अंचल में अपनी सेवाएं देकर लोगों को नई उम्मीद की किरण दिखा रही है ।

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