कोरबाछत्तीसगढ़

राजस्व मंत्री के गृह ज़िला में बेपरवाह हुए राजस्व अधिकारी? स्वेच्छाचारिता या लापरवाही? पढ़े पूरी खबर

कोरबा. राजस्व मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में जमीन की अफरा-तफरी को लेकर कई प्रकरण सामने आ रहे हैं। इन प्रकरणों को लेकर लिखित शिकायतें भी जिम्मेदार अधिकारियों के दफ्तर तक पहुंच भी रही हैं। लेकिन अधिकांश प्रकरणों में कार्रवाई का अभाव देखने को मिल रहा है जिससे गलत कार्य करने वाले लोगों के मंसूबों को बल मिल रहा है।

सूत्रों की माने तो वर्तमान में भी राजस्व विभाग में दर्जनों शिकायतों का अंबार लगा हुआ है। लेकिन शिकायतों का निराकरण ना के बराबर है। सरकार एक तरफ “सरकार तुंहर द्वार”योजना चला रही है लेकिन फरियादी फरियाद लेकर जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यालय पहुंच लिखित शिकायत देने के बावजूद भी उनके शिकायत का निराकरण नहीं किया जा रहा है।सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने में जिम्मेदार अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।

कई प्रकरणों में राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की भी त्रुटि के कारण भू स्वामियों को बेवजह परेशान होना पड़ता है, सालों तक कार्यालय के चक्कर लगाना पड़ता है।

इसी तरह का ताजा मामला ग्राम दादरखुर्द से प्रकाश में आया है। इस प्रकरण में राजस्व कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर जमीन में रकबा बढ़ाने का शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई है जिसमें आवेदक विष्णु प्रसाद थवाईत,रामायण प्रसाद थवाईत ने राजस्व कर्मचारियों से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए नरोत्तम राव घाड़गे की जिला कलेक्टर कोरबा, तहसीलदार और एसडीएम कोरबा,कमीशनर बिलासपुर को लिखित में शिकायत प्रस्तुत किया गया है।

शिकायत में दादर खुर्द निवासी नरोत्तम राव घाड़गे वगैरह के नाम पर दादर खुर्द में कुल 59 डिसमिल जमीन होने का जिक्र किया गया है जो वर्तमान में राजस्व अभिलेखों में बढ़कर 86 डिसमिल हो गया है और हमारे जमीन को अपना बताते हुए लाखों रुपये में बेचने की फिराक में है जिससे विवाद जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। शिकायतकर्ता की मानें तो इस मामले की शिकायत कई बार लिखित में की जा चुकी है लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।

राजस्व अभिलेख में रकबा बढ़ाने का यह मामला गंभीर है जिसमें राजस्व के मैदानी स्तर के कर्मचारियों की भी मिलीभगत दिख रही है। इस तरह के प्रकरण में त्वरित जांच कर कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि नियम को ताक पर रख राजस्व अभिलेखों में सांठगांठ कर अनुचित लाभ लेने का कोशिश करने वाले लोगों के मंसूबे पर पानी फिरने के साथ-साथ प्रशासनिक कार्रवाई और कानूनी कार्रवाई का भय हो।

न्याय नहीं मिलने पर जायेंगे हाई कोर्ट की शरण में …

हमारे द्वारा जिला के जिम्मेदार राजस्व अधिकारियों को लिखित में दस्तावेज के साथ दादरखुर्द निवासी नरोत्तम राव घाड़गे की पुराना खसरा नं. 41/1, 75, 76/2 नया खसरा नं. 275, 542 जमीन का रकबा 26 डिसमिल रकबा बढने की शिकायत की गई है जिस पर अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही अभी तक नहीं की गई है।अगर अधिकारी हमारी शिकायत पर कार्यवाही नहीं करते है तो हमारे द्वारा माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर में अधिकारियों और नरोत्तम राव घाड़गे के विरुद्ध केस फाईल की जावेगी।

अब देखना होगा इस मामले पर राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण का दावा करने वाले जिम्मेदार अधिकारी किस तरह की सक्रियता दिखाते हैं या शिकायत का यह पत्र कार्यालय के कोने में धूल खाता हुआ रह जाएगा यह तो आगामी कार्रवाई के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

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