सड़क का काम देखने गए सब इंजीनियर और भृत्य लापता अपहरण के आशंका
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में कार्यरत सब इजीनियर अजय रोशन लकड़ा (35) एवं मृत्य लक्ष्मण परतागिरी (26) गुरुवार की दोपहर रोड का काम देखने यहां से कोई 15 किमी दूर धुर नक्सल प्रभावित इलाके मनकेली गोरला गांव की ओर गए थे, लेकिन वे दूसरे दिन भी खबर लिखे जाने तक नहीं लौटे।
उनके अपहरण की आशंका जताई जा रही है।
मनकेली सरपंचपारा से आगे तीन किमी तक कच्ची सड़क बननी है और इसके लिए अजय लकड़ा और दैनिक वेतन भोगी भृत्य लक्ष्मण परतागिरी गुरुवार की दोपहर करीब एक बजे बाइक से मनकेली की ओर गए थे। अजय लकड़ा ने अपनी कार कार्यालय परिसर में ही छोड़ दी। जीएडी कालोनी निवासी अजय लकड़ा सब इंजीनियर एवं बीजापुर भट्टीपारा निवासी लक्ष्मण परतागिरी भृत्य दोनों ही विवाहित हैं। रात तक नहीं लौटने से स्वजनों और विभाग के अधिकारियों ने उनकी तलाश शुरू की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला।
दोनों के मोबाइल बंद बताए जा रहे हैं। इधर अधिकारी भी चिंतित हैंं, लेकिन शुक्रवार की दोपहर तक थाने में गुमशुदगी की सूचना नहीं दी गई है। ज्ञात हो कि यहां से कोई 15 किमी दूर मनकली और गोरना गांवों को नक्सलियों का कैपिटल माना जाता है। इन गांवों में नक्सलियों का अत्यधिक प्रभाव है। नक्सली शुरू से ही सड़क का विरोध करते आए हैं, और इस वजह से दोनों के अपहरण की आशका को बल मिल रहा है।
अतिसंवेदनशील क्षेत्र है गोरना मनकेली मार्ग
गोरना मनकेली मार्ग बीजापुर के समीप है, जो बीजापुर के भट्टी पारा, बांडागुडा से होते हुए जाता है। इस मार्ग को ग्राम मनकेली से जोड़ने के लिए पीएमजीएसवाय के द्वारा कार्य हो रहे है। इस मार्ग को भी नक्सली बनने देना नही चाहते है क्योंकि यह मार्ग बन जाने से माओवादियों का गढ़ भी हाथ निकल सकता है। प्रशासन इस मार्ग को बनाने के लिए प्रयासरत है।
आधिकारिक पुष्टि नहीं
बीजापुर के एएसपी पंकज शुक्ला से इस संबंध में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि पुलिस में रिपोर्ट नहीं आई है। सुनने में आई कि पीएमजीएसवाय के दो लोग लापता है। इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर सकते है।