सुबह मिली पिता-पुत्र की लाश, शाम को पुलिस ने कर दिया पर्दाफाश
अंबिकापुर: दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम कुम्हरता में पिता-पुत्र के हत्या की गुत्थी पुलिस ने दस घंटे के भीतर ही सुलझा ली। जमीन विवाद पर गांव के ही तीन भाइयों समेत चार लोगों ने सुनियोजित तरीके से पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था।
चारों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।
रविवार की सुबह ग्राम कुम्हरता में शोभनाथ गोड और उसके बेटे प्रमोद की लाश मिली थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी अमित कांबले ने अंबिकापुर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला व एसडीओपी अखिलेश कौशिक के साथ पुलिस टीम को गांव भेजा था। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने देखा कि पिता-पुत्र का शव नजदीक पगडंडीनुमा रास्ते के पास पड़ा हुआ था। दोनों के सिर में धारदार हथियार से वार किए गए थे। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत होने पर एएसपी ने गांव में ही कैंप कर छानबीन शुरु की तो घटना के पीछे की वजह सामने आने लगी। गांव के ही दल्लू उर्फ दीनदयाल से जमीन को लेकर विवाद की जानकारी सामने आने पर पुलिस टीम ने उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन कई प्रमाण के साथ जब पुलिस ने उससे जानकारी लेनी शुरू की तो उसने स्वीकार किया कि अपने दो भाई दलबीर, बलबीर तथा गांव के ही अमरीका नामक ग्रामीण के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से शोभनाथ व प्रमोद की हत्या शनिवार की रात की थी। इस स्वीकारोक्ति पर पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया गया है। दस घंटे के भीतर दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करने में दरिमा थाना प्रभारी निरीक्षक आशा तिर्की, सहायक उपनिरीक्षक भूपेश सिंह, राकेश यादव, प्रधान आरक्षक सुरजीत कोरी, आरक्षक शिवमंगल, डाक्टर सिदार, दिनेश मिंज, कमलेश्वर सिंह, संजय कुमार नागेश, भूपेंद्र सिंह, विवेक राय, संजय राजवाड़े सक्रिय रहे।
ऐसे मिला सुराग-
पिता-पुत्र की हत्या की खबर पर मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल के समीप रहने वाले लोगों ने बताया कि शनिवार की रात्रि लगभग नौ बजे मारपीट तथा चिल्लाने की आवाज सुनाई दी थी किंतु डर की वजह से कोई बाहर निकलकर नहीं देखा था। गांववालों की ओर से संदेही के रूप में दल्लू उर्फ दीनदयाल का नाम भी बताया था।
इसलिए हत्या कर दी पिता-पुत्र की-
पुलिस जांच में पता चला कि शोभनाथ व प्रमोद ने अपनी जमीन बिक्री की थी। आरोपित दल्लू उर्फ दीनदयाल तथा उसके दोनों भाई दलबीर, बीरबल भी उस जमीन को खरीदना चाह रहे थे लेकिन पिता-पुत्र इसके लिए तैयार नहीं हुए थे। दूसरे को जमीन बिक्री की वजह से तीनों भाई पिता-पुत्र से रंजिश रखते थे। चौथा आरोपित अमरिका, मृतक पिता-पुत्र का रिश्तेदार है। उसके साथ भी जमीन विवाद चल रहा था इसलिए चारों एक साथ हो गए थे।
रास्ते में रोककर कर दी हत्या-
पुलिस पूछताछ में पता चला कि शनिवार की रात चारों आरोपितों ने पिता-पुत्र के हत्या की योजना बनाई। शोभनाथ व उसका पुत्र प्रमोद शनिवार की रात जा रहे थे। दोनों को आरोपितों ने देख लिया था। जब वे लौट रहे थे तो चारों आरोपितों ने उसका रास्ता रोक लिया तथा टांगी से ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया, जिससे दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।