छत्तीसगढ़सारंगढ़

भगवान का दूसरा नाम कहे जाने वाले डॉक्टर को, सच साबित कर रहे श्री राधाकृष्णा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने एक बार फिर किया सटी हुई सड़ चुकी अतडी का सफलतापूर्वक आपरेशन

सारंगढ़. में पहले सर्व सुविधा युक्त हॉस्पिटल ना होने के कारण पहले किसी भी बीमारी का इलाज या ऑपरेशन कराने के लिए बिलासपुर या रायपुर जाना पड़ता था लेकिन श्री रधाकृष्णा हॉस्पिटल के आ जाने से क्षेत्रवासियों को नहीं जाना पड़ता बाहर किसी भी बीमारी के लिए सफलतापूर्वक इलाज कई सालों से सारंगढ़ के रधाकृष्णा हॉस्पिटल से ही मिल जाती है। एक मरीज़ घुरुवा सिंह जो की ग्राम झारपली का रहने वाला है शनिवार की रात अचानक पेट में दर्द होने लगा और धीरे-धीरे दर्द बढ़ने लगा, रविवार की सुबह आस पास के अस्पतालों में जाँच और इलाज कराया गया जिसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि इसका ऑपरेशन करना पड़ेगा बड़ा ऑपरेशन है रायपुर चले जाइए । यह सुनकर मरीज के परिजनों का पैरों तले जमीन खिसक गई । मरीज़ और उसके परिवार वाले सब परेशान हो गए और ऑपरेशन की नौबत आ गई है और रायपुर में मरीज़ का कोई रिश्तेदार भी नहीं रहता
वह सारंगढ़ से 18 किलोमीटर दूर अपने ससुराल इसी बात का विचार विमर्श करने गया और अपनी आपबीती अपने ससुराल वालों को बताया फिर वही के एक सज्जन पुरुष नंदू ने बताया कि आपको रायपुर बुरला जाने की कोई आवश्यकता नहीं हमारे सारंगढ़ के श्री राधाकृष्ण हॉस्पिटल में बड़े से बड़े ऑपरेशन की सुविधा है वहां चले जाओ तुम ठीक हो जाओगे।


यह सुनकर मरीज घूरुवा बहुत खुश हुआ की इतने नजदीक में मेरा ऑपरेशन हो जाएगा, फिर चौथे दिन मरीज़ गुरुवार को श्री राधाकृष्ण हॉस्पिटल* पहुंचा और मरीज के पहुंचते ही तत्काल वहां के सर्जन डॉ राकेश साहू ने एक्स-रे करा कर देखा तो पता चला कि मरीज की अतड़ी फँसी है । उन्होंने मरीज के परिजनों को बतलाया कि घुरवा के अतडी में रुकावट आ गया है जिसे सिग्माएड वाल्बुलस कहते हैं । जिसकी वजह से मरीज का मल मूत्र निकलना बंद हो गया है, पेट की अतडी भी 4 दिन लेट होने की वजह से सड़ और फूल गई मगर घबराइए मत इसका ऑपरेशन यहां सफलतापूर्वक हो जाएगा। परिजनों को समझाने के बाद श्री राधाकृष्ण हॉस्पिटल के सर्जन श्री राकेश साहू जी तथा ओटी स्टॉप की टीम के द्वारा सफलतापूर्वक उस सड़ी हुई अतडी को काटकर बाहर निकाला गया । और मरीज को मौत के मुंह से निकाल कर नया जीवन प्रदान किया । मरीज के परिजनों ने डॉ राकेश साहू तथा श्री राधाकृष्ण हॉस्पिटल को बहुत-बहुत धन्यवाद कहा और कहते हुए उसकी पत्नी रो पड़ी।

Related Articles