छत्तीसगढ़सारंगढ़

उडकाकन गांव में महानदी से रेत उत्खनन कर डंपिंग धड़ल्ले से किया जा रहा है,रेत माफियो को नहीं है किसी का डर…..

खनिज विभाग क्यो बैठे अमूक होकर……

किसके सरंक्षण में रेत माफिया दे रहे
अवैध रेत उत्खनन को अंजाम……

सारंगढ // जीवनदायिनी महानदी से रेत निकालकर माफियाओं द्वारा किया जा रहा हैं डंप,
जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के मध्य लगे जीवनदायिनी महानदी इन दिनों प्रशासनिक उदासीनता की भेंट चढ़ता जा रहा हैं। बिलाईगढ़ विकासखंड के सरसीवां से महज 12-13 किलोमीटर की दूरी में स्थित गांव उड़काकन में बिना रायल्टी के अवैध रूप से रेत को महानदी से निकालकर नदी के नजदिक राम मंदिर के पास बडे रूप में डंपिंग किया जा रहा हैं। बरसात के दिनो में नदी नाले पानी से लबालब भरे रहते और रेत बढती मांग को देखकर माफिया परमिशन बिना बेखौफ होकर् अधिक दामों में बिक्री कर सके।मिली जानकारी के अनुसार उड़काकन गांव में महानदी जाने वाले पहुंचे मार्ग को किसी ब्यक्ति ने अपने निजी पैसों को लगाकर पहुंच मार्ग को बनवाया है। जिसमें आने जाने वाले रेत गाड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना करना ना पड़े। जिसमें वह ब्यक्ति ट्रैक्टर चालकों से प्रति ट्रिप 100 रुपए का राशि प्राप्त करता है। हालांकि जिला प्रशासन एवं खनिज विभाग लगातार अवैध रेत माफिया के खिलाफ कार्यवाही करके अंकुश लगाने में लगे। लेकिन अवैध रूप से डंपिंग करने वाले उड़काकन में क्यो कार्रवाई करने में असफल हो रहे खनिज विभाग……
कई ट्रैक्टर मालिक जो इस अवैध काला कारोबार को अंजाम दें रहें हैं। रेत माफियाओ व ट्रैक्टर मालिकों को खनिज विभाग और जिला प्रशासन का जरा भी डर नहीं । और हौसले बुलन्द करके महानदी तट से धड़ल्ले के साथ रेत को निकालकर डंपिंग करने में लगे हुए। रेत माफिया ऐसे रेत को डंप करके मोंटे दामों में बिक्री करके मोटी रकम कमाई कर लेते हैं। आज चंद रुपयों के लिए हो रहे इस भ्रष्टाचार से जीवनदायिनी महानदी के घाटों का हाल बेहाल हो चुका है।और इस कलाकारोबारी ने घाटों को खोद-खोदकर तटों की दुर्दशा कर रहे हैं।
बता दे महज कुछ महीने पहले ही मिरौनी घाट में कर रहे अवैध उत्खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी, फिर भी रेत माफियाओ शासन प्रशासन का डर नहीं

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