सारंगढ़ । थावे विद्यापीठ पटना , बिहार के तत्वाधान में दिनाँक 19 – 20 अक्टूबर 2024 को श्री उदासीन संगत ऋषि आश्रम रानोपाली , श्रीअयोध्याजी , उत्तरप्रदेश में दो दिवसीय अयोध्या अधिवेशन का आयोजन हुआ । अधिवेशन के अन्तर्गत काव्यपाठ , व्याख्यान , लोकार्पण , अलंकरण , संस्कृति संगम एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संचालित हुआ । व्याख्याताओं के सारगर्भित उद्बोधन और कवियों के सरस काव्यपाठ से उपस्थित श्रोताओं का ज्ञानवर्धन और मनोरंजन हुआ ।
कला , साहित्य और संस्कृति के विकास के लिये आयोजित इस राष्ट्रीय आयोजन में वरिष्ठ साहित्यकार गौतमसिंह पटेल सालर जिला – सारंगढ़ – बिलाईगढ़ छत्तीसगढ़ को उनकी सुदीर्घ हिन्दी सेवा , सारस्वत साधना , कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों , शैक्षिक प्रदेयों , महनीय शोधकार्य तथा राष्ट्रीय / अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर ‘ थावे विद्यापीठ ‘ की अकादमिक परिषद् की अनुशंसा पर दिनाँक 20 अक्टूबर 2024 की में ‘ विद्यावाचस्पति ‘ की मानद् उपाधि से अलंकृत करते हुए इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयी ।
इससे पूर्व में गौतमसिंह पटेल को भारतीय साहित्य रत्न – बेस्ट राइटर ‘ का गौरवपूर्ण एवार्ड , भारतेंदु हरिश्चन्द्र हिन्दी सेवी सम्मान , अखिल भारतीय कलाधर सम्मान गीता पर रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के लिये प्रशस्ति प्रमाण पत्र ,विश्व भारती हिन्दी सम्मान ‘ राष्ट्रभाषा – सेवक सम्मान ,पत्रकारिता और साहित्य सेवा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये प्रशस्ति पत्र ,ज्योतिष मर्मज्ञ ‘ की उपाधि से छः बार सम्मानित,ज्योतिष के क्षेत्र में लेखन , शोध और समाज सेवा के लिये सम्मान पत्र इत्यादि अनेकानेक छोटे – बड़े सम्मानोपाधि से विभूषित हो चुके हैं । विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ गौतम पटेल को वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे ने उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामनाएं दिए ।