छत्तीसगढ़ बना देश का सबसे साफ – स्वच्छ राज्य, तो गदगद हुए सीएम बघेल बोले देश में अब छत्तीसगढ़ मॉडल ही चलेगा…
रायपुरः स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में छत्तीसगढ़ ने रिकॉर्ड बनाया है, छत्तीसगढ़ देश का सबसे साफ राज्य बना है, नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से सीएम भूपेश बघेल ने यह पुरस्कार ग्रहण किया.
खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ को लगातार तीसरे साल यह अवार्ड मिला है. दिल्ली में आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव में राष्ट्रपति से पुरस्कार लेकर लौटे CM भूपेश बघेल का एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान वह गद-गद नजर आए.
देश में अब छत्तीसगढ़ मॉडल ही चलेगा
सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को देश का सबसे साफ राज्य चुना जाने पर प्रदेश को लोगों को बधाई दी, एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ”आज छत्तीसगढ़ ने कीर्तिमान रचा है. इसके लिए सभी छत्तीसगढ़वासियों को बधाई देता हूं. छत्तीसगढ़ को तीसरी बार प्रथम पुरस्कार मिला है. इसे बरकार रखना हमारे लिए चुनौती है. हमने छत्तीसगढ़ में सफाई को अर्थव्यवस्था से जोड़ा है. देश में अब छत्तीसगढ़ मॉडल ही चलेगा, गुजरात का मॉडल तो फेल हो गया.”
इससे पहले सीएम बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ”बापू कहते थे, “स्वच्छता को अपने आचरण में इस तरह अपना लो कि वह आपकी आदत बन जाए.” छत्तीसगढ़वासियों की यही आदत हमें लगातार तीसरी बार स्वच्छतम राज्य बनाती है. क्योंकि यह अवार्ड समर्पित है उन सब लोगों को जिनके कारण यह संभव हो पाया. हमारी स्वच्छता दीदी, सफाई व्यवस्था से जुड़े सभी लोग, शासन और प्रशासन के प्रतिनिधि और हमारे प्रदेश की स्वच्छता प्रेमी महान जनता. हमारे लिए गौरव का दिन.”
वहीं बीजेपी द्वारा किए गए चक्काजाम को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ”मैंने पीएम और वित्त मंत्री को भी पत्र लिखा है. बीजेपी को तो केंद्र द्वारा लगाई गई सेस को खत्म करने की मांग करना चाहिए. 2014 से पहले जो एक्साइज ड्यूटी 3 रुपए और 9 रुपए थी उसी स्तर पर ले आए. पेट्रोल और डीजल के भाव अपने आप कम हो जाएंगे.”
जैसे ही सीएम बघेल रायपुर पहुंचे तो लोगों ने उनका स्वागत किया इस दौरान जमकर ढोल नगाड़े बजे, बता दें कि छत्तीसगढ़ को लगातार तीसरी बार देश के सबसे साफ राज्य होने का दर्जा मिला है. जिससे राज्य के लोगों में खुशी है.
सीएम बघेल ने जनता को समर्पित किया अवॉर्ड
सीएम भूपेश बघेल ने यह अवार्ड प्रदेश की जनता को समर्पित किया. हर साल भारत सरकार के शहरी एवं आवास मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण का आयोजन किया जाता है. इसमें विभिन्न मापदंडों पर शहरी स्वच्छता का आकलन किया जाता है. इसमें घरों से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटान, खुले में शौच मुक्त शहर, कचरा मुक्त शहर आदि मापदंडों की जांच की जाती है. नागरिकों के फीडबैक को भी इसमें शामिल किया जाता है. छत्तीसगढ़ के 61 निकाय स्वच्छ घोषित किए गए हैं, जो कि देश में सबसे ज्यादा हैं.
छत्तीसगढ़ में नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी सिद्धांत के अनुसार, 9000 से अधिक स्वच्छता दीदियों द्वारा घर-घर से 1600 टन गीला और सूखा कचरा एकत्र कर वैज्ञानिक नीति से कचरे का निपटान किया जा रहा है. भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को देश का प्रथम ओडीएफ प्लस राज्य घोषित किया गया है. इससे पहले साल 2019 और 2020 में भी छत्तीसगढ़ को देश का सबसे साफ राज्य चुना गया था. स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाले 239 पुरस्कारों में से 67 पुरस्कार छत्तीसगढ़ से संबंधित हैं.
छत्तीसगढ़ के गांवों के 7 हजार 500 से अधिक गौठानों में लगभग 5 हजार स्व सहायता समूहों की 70 हजार महिलाएं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण को बेहतर बनाने में जुटी हुई हैं. सिंगल यूज प्लास्टिक बैन पर जोर दिया. 6-R पॉलिसी यानी रीथिंक, रियूज, रिसाइकिल, रिपेयर, रिड्यूस, रिफ्यूज के आधार पर काम किया. इससे नए अपशिष्ट बनने की मात्रा कम होने लगी. बस्तियों में सामुदायिक और सार्वजानिक शौचालय बनाए.