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विधायक कविता प्राण लहरें ने किसानों की सब्सिडी और सिंचाई योजनाओं पर सरकार से मांगा जवाब


बिलाईगढ़: किसानों की समस्याओं को लेकर बिलाईगढ़ विधायक कविता प्राण लहरें ने विधानसभा में सरकार से तीखे सवाल किए। उन्होंने प्रश्नकाल के माध्यम से आदिम जाति विकास मंत्री से पूछा कि बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई के प्रमुख स्रोत क्या हैं और कितने हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था उपलब्ध है?
विधायक ने सरकार से यह भी पूछा कि सूखाग्रस्त एवं अन्य आपदा प्रभावित गांवों को चिन्हित कर वहां जल प्रबंधन की क्या योजनाएं बनाई गई हैं? साथ ही, बाढ़ की स्थिति में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई कैसे की जाती है, इसका भी जवाब मांगा।

कृषि उपकरणों पर सब्सिडी का मुद्दा उठाया

कविता प्राण लहरें ने यह भी जानना चाहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 से 25 जनवरी 2025 तक कितने किसानों को कृषि यंत्र, ट्रैक्टर, पंप सेट और अन्य उपकरणों पर सब्सिडी दी गई है? उन्होंने यह भी पूछा कि किसानों के कल्याण के लिए कौन-कौन सी सब्सिडी योजनाएं चलाई जा रही हैं और किसानों को कितने प्रकार के खाद-बीज उपलब्ध कराए गए हैं।

सरकार का जवाब

मंत्री ने बताया कि बिलाईगढ़ और कसडोल विकासखंडों में सिंचाई के प्रमुख स्रोतों के जरिए खरीफ और रबी फसलों के लिए हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था है। इसके अलावा, भू-जल उपयोग से सिंचाई विस्तार के लिए “किसान समृद्धि योजना”, खुले जल स्रोतों से उद्वहन सिंचाई के लिए “शाकंभरी योजना”, और जल संरक्षण के लिए जल ग्रहण क्षेत्र प्रबंधन योजना जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
सरकार ने यह भी बताया कि बाढ़ की स्थिति में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आरबीसी 6-4 के अंतर्गत मुआवजा दिया जाता है। इसमें बाधित रोपाई, फसल की बुवाई, ओलावृष्टि, जलभराव, चक्रवात और बिजली गिरने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए नुकसान को कवर किया जाता है।

खराब बीज की शिकायतों पर विधायक ने उठाए सवाल

विधायक ने यह भी पूछा कि अगर किसानों ने खराब बीज की शिकायत की है, तो उस पर क्या कार्रवाई की गई है? इस पर सरकार ने बताया कि किसानों को खाद और बीज की आपूर्ति राज्य बीज निगम रायपुर और विभिन्न समितियों के माध्यम से की जाती है।

विधायक ने सरकार को दी चेतावनी

विधायक कविता प्राण लहरें ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसानों को योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिला या कृषि क्षेत्र में कोई परेशानी हुई, तो वे विधानसभा से लेकर सड़क तक आंदोलन करेंगी।

उन्होंने कहा कि “यह किसानों से जुड़ा हुआ मामला है, और हम किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव लड़ाई लड़ेंगे। अगर किसानों को किसी भी योजना में दिक्कत आती है तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”

किसानों को राहत देने की मांग

विधायक ने सरकार से मांग की कि सिंचाई और कृषि उपकरणों पर दी जाने वाली सब्सिडी को और पारदर्शी बनाया जाए, सूखाग्रस्त इलाकों के किसानों को विशेष सहायता दी जाए और बाढ़ प्रभावित किसानों को त्वरित मुआवजा मिले।

बिलाईगढ़ के किसानों को उम्मीद है कि विधायक कविता प्राण लहरें के इस मजबूत रुख से उनकी समस्याओं का समाधान जल्द होगा।

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