बालोद

पंचायत के जमीन पर स्वंय सहायता समुह के आड़ में एक पत्रकार का जबरन कब्जा।

बालोद। आधुनिकी करण के इस दौर में जंहा बढते हुए जनसंख्या का दबाव धरती पर स्पष्ट तरीके से देखा जा सकता है। वंही इस बात को समझने के लिये कोई राकेट सांइस वाली दिमाक लगाने की आवश्यकता नही है। धरती पर होने वाली प्राकृतिक आपदाओ को देख व सुनकर हर भले मानुष के लिये यह समझना आसान हो जाता है, कि आखिरकार कुदरत के बीचो बीच में मानव दखल के चलते इतना उथल पुथल क्यों मचा हुआ है। इस बीच एक ओर जंहा मकान बनाने योग्य और खेती करने लायक जमीनों की संख्या दिनो दिन लगातार कम होती जा रही है,तो वंही दूसरी ओर बडे बडे उद्योग स्थापित करने हेतू सरकार को उद्योगपतियो के लिये अलग से जमीन भी चाहिए। कुल मिलाकर देखा जाए तो जमीन की टुकडों के खातिर अमृतकाल के इस दौर में भी सांय सांय तरिके से आंय बांय मारामारी मचा हुआ है। जाहिर सी बात है सांय सांय तरिके से आंय बांय करने वाले लोग कोई साधरण लोग नही होंगे क्योंकि साधारण लोग किसी दूसरे की जमीन पर गलत नियत नही रखते है। किंन्तु हैरत की बात यह है कि अमृतकाल के इस दौर रसूखदारों की हुनक और उनकी घटिया नियत के चलते न सिर्फ गरिबों की जमीन छीने जाने का डर पनप रहा है अपितु रसूखदार लोग अब ग्राम पंचायत के पुराने ग्राम पंचायत भवन तक को कब्जाने की नियत से निशाना बना रहे है, जबकि पंचायत भवन सरकारी संपत्ति के साथ ग्राम पंचायत की अधाकारित संपत्ति होती है।

दराशल बालोद जिले के पुरूर थाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत चिटौद से निकलकर एक बडा जमीन विवाद का मामला सामने आया है,जंहा पर बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत भवन से लगा हुआ ग्राम पंचायत चिटौद का पुराना पंचायत भवन मौजूद है। उक्त भवन के जगह पर हाल के दिनो में ग्राम पंचायत चिटौद के अंदर सरकार के द्वारा नया भवन निर्माण कार्य प्रस्तावित हो चुका है जिस पर नविन भवन बनने का निर्माण कार्य शुरू भी हो गया है। इस बीच उक्त पुराने ग्राम पंचायत भवन पर एक स्वंय सहायता समूह के आड में एक परिवार ने जबरन और बेजा कब्जा कर रखा है। आरोपी के खिलाफ अजाक थाना बालोद छग सहित पुरूर थाना में ग्राम पंचायत चिटौद के आदीवासी पंण सदस्यों के साथ सभी पंचायत सदस्यों ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। लिखित शिकायत में ग्राम पंचायत चिटौद तह गुरूर जिला बालोद छग के आदीवासी पंचायत सदस्यों ने यह बताया है कि पुराने पंचायत भवन को कब्जा करने वाले आरोपी ने पंचायत भवन के पास आकर उन्हें जाति सूचक गाली गलौज व जान से मारने की धमकी दिया है। मामले को लेकर पूरे गांव में आक्रोश का माहौल बना हुआ बताया जा रहा है। बता दे कि तारा स्वंय सहायता समुह ग्राम पंचायत चिटौद को आज से कुछ बरस पहले रेडी टू फूड योजना को संचालित करने हेतू ग्राम पंचायत की ओर से आंबाटित किया गया था। चूंकि रेडी टू फूड योजना समुचे छत्तीसगढ़ प्रदेश के भीतर विगत तीन सालो से संचालित नही किया जा रहा है। ऐसे में ग्राम पंचायत चिटौद के पुराने ग्राम पंचायत भवन को ग्राम वासियो को वापस कर देना चाहिए ताकि उस भवन का इस्तेमाल ग्राम पंचायत चिटौद के चुने हुए पंचायत सदस्य गांव के विकास हेतू किसी अन्य कार्य में कर सकें।