बरमकेला। मनरेगा कार्य मजदूर से नहीं जेसीबी मशीन से करना चाहिए ये हम नहीं कह रहे तकनीकी सहायक खुद अपनी जुबानी कह रहे हम बात कर रहे है बरमकेला जनपद पंचायत की जहाँ मनरेगा कार्य मे तालाब गहरीकरण इंसानी मजदूर नहीं बल्कि मशीन से धड़ल्ले कार्य किया जा रहा। रोजगार सहायक बरमकेला जनपद के ग्राम पंचायत देवगांव जहाँ देव तालाब गहरीकरण मनरेगा से स्वीकृत हुआ है जिसकी लागत लगभग 9 से 10 लाख रुपए का है जिसको मजदूरो को नाम मात्र से काम कराकर जेसीबी मशीन से पूरा गहरिकरण किया गया तालाब को देखने के बाद साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि तालाब गहरिकरण मशीन से ही किया गया जब इस संबध में तकनीकी सहायक रेणुका मिंज से जानकारी लिया गया तो चौंकाने वाली बात सामने आया तकनीकी सहायक ने खुद तालाब गहरिकरण के लिए रोजगार सहायक और सरपंच को जेसीबी से काम करने के लिए कहा। जिसको खुद सहमति दी तकनीकी सहायक रेणुका मिंज ने की जेसीबी से कर लीजिए ये हम नहीं कह रहे खुद तकनीकी सहायक मैडम से दूरभाष के माध्यम से जानकारी लिया गया तो खुद रेणुका मिंज द्वारा मीडिया से कहा गया कि हा जेसीबी से काम को किया गया है कुछ दिनों तक मजदूर भी काम किए है। और पथरीला होने के कारण जेसीबी से काम करवाने के लिए मैडम ने खुद कह दी अब जरा सोचिए कि तकनीकी सहायक खुद मजदूर से काम ना कराकर मशीन से कराने के लिए पंचायत को कह रही और मनरेगा नियम की धज्जियां उड़ा रही। है
मशीन से काम करवाकर मजदूरों के नाम डाल रहे फर्जी मस्टररोल
तालाब गहरिकरण को अधिकांश कार्य मशीन से ही कराया गया मजदूर से नहीं और जब मस्टररोल भरने में रोजगार सहायक और सरपंच और तकनीक सहायक ने मिलजुलकर अपने हित प्रीत के लोगो मे मस्टररोल डाल लाखो पैसे का बंदर बांट करने मे लगे हुए है हालाकि नियम तो कहता है कि किसी भी स्थिति में मशीन से काम नहीं करना है लेकिन यह जिस तकनीकी सहायक को जिम्मेदारी दिया गया है वहीं जिम्मेदार अधिकारी मशीन से काम करा रहे है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बताया गया की समाचार छापने पर अवैध वसूली में फसाने कि भी बात सूत्रों ने बताया अब देखना यह है कि समाचार प्रकशित होने के बाद अधिकारी किया संज्ञान लेते है