छत्तीसगढ़जांजगीर चाम्पा

सतनामी समाज हुआ जातीवाद का शिकार न्याय दिलाने पहुंचे भीम आर्मी छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार जांगड़े

जांजगीर चांपा. नवगठित जिला शक्ति बाराद्वार के बस्ती में मृत प्रदीप पाटले के शव को दिनाक 27 जुलाई 2022 को मृतक प्रदीप पाटले के परिजन व गांव के ग्रामीण एक साथ मिलकर समसानघाट लेजाकर दाह संस्कार कर रहे थे पर गांव के कुछ असामाजिक तत्व जातीवादी सरपंच, उपसरपंच को यह बर्दाश नही हुआ और समसानघाट में जलते हुए चिता में पानी डालकर चिता को बुझा दिया अर्धजले शव को बर्बरता पूर्वक लात से मारा और बाहर निकाल कर फेंक दिया उक्त घटना की सूचना मिलने पर भीम आर्मी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े जी घटनास्थल बाराद्वार बस्ती पहुंचे और प्रदीप पटले के परिजन और ग्रामीणों ने मिल कर अर्धजले शव को लेकर सड़क पर आंदोलन करना शुरू कर दिया आंदोलन के दौरान भीम आर्मी छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष ने भीम आर्मी भारत एकता मिशन के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष आजाद समाज पार्टी (काशीराम) एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद जी से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कराई और परिजनों को मजबूत आश्वासन दिया गया कि उन्हें न्याय दिलाए बिना भीम आर्मी आंदोलन स्थल से नहीं हटेगी बहुत समय तक सड़क पर चक्काजाम रहा फिर क्या था जैसे ही शासन प्रशासन को इस बात का पता चली तो शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया बाद में प्रशासन की आंख खुली और जातीवादी सरपंच , उपसरपच, कुछ ग्रामीणों पर गैर जमानती धारा 147,297,295 (क) के तहत गिरफ्तार किया गया उसके बाद भीम आर्मी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े जी अपने टिम के साथ, पुलिस प्रशासन तथा प्रदीप पाटले के परिजन व ग्रामीणों ने मिलकर उसी स्थान (समसानघाट) पर लेजाकर शव को पुरे मान सम्मान के साथ पुलिस प्रोटेक्शन के साथ अंतिम संस्कार कराया गया

वहीं दूसरी ओर भीम आर्मी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार जांगड़े ने शासन प्रशासन को उनकी गलतियों का एहसास कराते हुए तथा छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार भूपेश बघेल को लताड़ते हुए उन्हें अवगत कराया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 17 में अस्पृश्यता का अंत किया गया है स्वतंत्र भारत के अंदर संविधान के बदौलत आज कोई भी आदमी छोटा बड़ा ऊंचा नीचा नहीं है चाहे किसी भी धर्म वर्ग मजहब से हो सब एक समान है मानव मानव में कोई भेद नहीं है और ना ही किसी के परछाई पड़ने से कोई अछूत हो सकता है यदि इस तरह का घटना दोबारा प्रदेश में हुआ तो भीम आर्मी छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजधानी रायपुर में शासन प्रशासन के खिलाफ मुंहतोड़ उग्र आंदोलन चक्का जाम करने के लिए बाध्य होगी जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी इसी प्रकार अपने सूझबूझ से भीम आर्मी छत्तीसगढ़ ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया और आरोपियों के ऊपर गैर जमानती धारा लगवा कर गिरफ्तार करवाया!

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