मेंटेनेंस के लिए पैसा नहीं.. बंद हो गई अस्पताल की लिप्ट…
बिलासपुर: मातृ-शिशु अस्पताल की एकमात्र हाईटेक लिफ्ट मेटेंनेंस के अभाव में बीते दो सप्ताह से बंद पड़ी हुई है। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मेटेंनेंस के लिए पैसा नहीं होने की वजह से ऐसा हुआ है।
हालांकि अब इसमें सुधार करवाने के लिए इंजीनियर बुलाया गया है। लेकिन, देखरेख के अभाव में नई लिफ्ट में कई तरह की खामियां आ चुकी हैं।
मातृ-शिशु अस्पताल में डेढ़ साल पहले ही लिफ्ट लगाई गई है। इस लिफ्ट का उपयोग गर्भवती महिलाओं व प्रसूताओं को लाने-ले जाने में किया जाता है। वहीं लिफ्ट लगाने के बाद कंपनी ने अस्पताल प्रबंधन को जानकारी दी थी कि यह लिफ्ट पूरी तरह से डिजिटल है। ऐसे में हर माह इसकी देखरेख में 10 से 12 हजार रुपये का खर्च आएंगे। शुरुआती कुछ महीने में इसका मेटेंनेंस कराया गया। लेकिन, इसके बाद खर्च बंद कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक करीब एक साल से लिफ्ट का मेटेंनेंस ही नहीं किया गया है।
ऐसे में धीरे-धीरे लिफ्ट में खामियां आने लगीं। इसी की वजह से लगभग 15 दिन पहले अचानक लिफ्ट ने काम करना बंद कर दिया। जहां यह समस्या इंजीनियर को बताई गई, तब इंजीनियर ने साफ किया कि देखभाल नहीं होने की वजह से ऐसा हुआ है।
अब इसे बनवाने में अच्छा खासा खर्च आएगा। वहीं लगभग 15 दिनों से लिफ्ट के बंद होने से गर्भवती महिलाओं और प्रसूताओं को रैंप और सीढ़ियों का उपयोग करना पड़ रहा है। वहीं अब इस समस्या को देखते हुए फिर से इंजीनियर से संपर्क कर लिफ्ट में सुधार करवाने बुलाया गया है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा मरीजों को सहना पड़ रहा है।