श्री राम महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) क्लास में मुख्य अतिथि प्रियंका सिंह सुधार ने छात्रों को महिला शक्ति के बारे में बताया…
श्री राम महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) क्लास के सभी छात्रों को प्रियंका सिंह सुधार द्वारा नारी सशक्तिकरण के बारे में विस्तार से बताया गया कि किस तरह से महिलाओं की हमारे समाज में अहम भूमिका है आज के आधुनिक समय में महिला सशक्तिकरण एक विशेष चर्चा का विषय है। ग्रंथों में नारी के महत्त्व को मानते हुए यहाँ तक बताया गया है कि
“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:” अर्थात जहाँ नारी की पूजा होती है, वहाँ देवता निवास करते है।
स्त्री को सृजन की शक्ति माना जाता है अर्थात स्त्री से ही मानव जाति का अस्तित्व माना गया है। इस सृजन की शक्ति को विकसित-परिष्कृति कर उसे सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक न्याय, विचार, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, अवसर की समानता का सु-अवसर प्रदान करना ही नारी सशक्तिकरण का आशय है।
भारत में महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की भूमिका –
महिला सशक्तिकरण के लिए कई सारी योजनाएँ चलाई जाती हैं। इनमें से कई सारी योजनाएँ रोजगार, कृषि और स्वास्थ्य जैसी चीजों से सम्बंधित होती हैं। इन योजनाओं का गठन भारतीय महिलाओं के परिस्थिति को देखते हुए किया गया है ताकि समाज में उनकी भागीदारी को बढ़ाया जा सके। इनमें से कुछ मुख्य योजनाएँ मनरेगा, सर्व शिक्षा अभियान, जननी सुरक्षा योजना (मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए चलायी जाने वाली योजना) आदि हैं।
महिला एंव बाल विकास कल्याण मंत्रालय और भारत सरकार द्वारा भारतीय महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए निम्नलिखित योजनाएँ इस आशा के साथ चलाई जा रही है कि एक दिन भारतीय समाज में महिलाओं को पुरुषों की ही तरह प्रत्येक अवसर का लाभ प्राप्त होगा। जिसमें मुख्य अतिथि रहीं प्रियंका सिंह सुधार और श्रीराम महिला महाविद्यालय के स्टॉप रमेश सिंह ठाकुर, अनीता, प्रियंका, सहस राम साहू, कमल यादव, भागीरथी, संजय, अमित, गोपाल, पूजा और संगीता उपस्थित रहे।