सारंगढ़

बाल दिवस के पावन अवसर पर भारत के सर्वमान्य जननायक प्रथम प्रधानमन्त्री स्व.प.जवाहर लाल नेहरू जी को सादर नमन और आप सभी को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

प.नेहरू आधुनिक आत्मनिर्भर भारत के जनक या निर्माता कहे जाते है.वे उम्दा किस्म के विशुद्ध और उत्कृष्ठ साहित्यकार भी रहे है.आपने अपने जीवन काल का बहुमूल्य 11 साल भारत की स्वतन्त्रता संग्राम के लिए अंग्रेजो की जेल में बिताया था.यही से आपने 100 से अधिक प्रेरक बाल-कथाएं,उतनी ही उत्कृष्ठ काव्य रचनाये तथा ‘भारत की खोज’ जैसी श्रेष्ठ साहित्य की रचना भी की थी।

देश के ख्यातिलब्ध साहित्यकारों में से एक प.नेहरू निर्विवाद रूप से प्रेरक व्यक्तित्व रहे हैं।। मानवता के प्रति उनकी अति संवेदन शीलता किसी से छुपी नही रही है.इसमें कोई दो राय नही है कि प.नेहरू की एक विशिष्ट,परन्तु साधारण जीवन शैली से उनकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण उनके ही समकालीन अन्य नेता गण उनसे ही विद्वेष की भावना रखते थे.परिणाम स्वरूप आज भी कुछ अल्प ज्ञानी और दम्भी प्रवृत्ति के लोग घृणित मानसिकता के प्रदर्शन करते हुए उनकी महान उपलब्धियों को दूषित करने का कुत्शित प्रयास करते है.बाकौल इन सभी के बीच भारत के इस महान स्वतंत्रता सेनानी, योग्य और कर्तव्य परायण,उत्कृष्ठ,संवेदनशील हस्ताक्षर एवं बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू को उनकी जयंती (बाल-दिवस) पर पुनः कोटि-कोटि नमन…

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