छत्तीसगढ़

देखें कब होगा हमारी समस्या का समाधान…? केंद्र के साथ रिश्तो को छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री ने बताया भारत – पाकिस्तान जैसा….

छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि छत्तीसगढ़-केंद्र के रिश्ते भारत-पाकिस्तान जैसे हैं. अमरजीत भगत का कहना है कि केंद्र से कई बार चावल का पूल कोटा बढ़ाने की मांग की गई है.
लेकिन इस पर केंद्र की तरफ से कोई सकारात्मक रुख नहीं मिला है. वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को “धान वाले बाबा” बताया.

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि 1 दिसम्बर से धान खरीदी होनी है. धान खरीदी की तैयारियों को लेकर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के निर्देश दे दिये गए हैं. इसके साथ ही केंद्रीय पूल के अंतर्गत 61.65 लाख टन अरवा चावल लेने की अनुमति मिली है. केंद्रीय पूल में उसना चावल नहीं लिया जा रहा है. जिससे 500 राइस मिल्स बंद हो जाएंगी. वह केंद्र सरकार से उसना चावल लेने का अनुरोध करेंगे.

समाधान न हो फिर भी जारी रहनी चाहिए वार्ता

केंद्र पर हमला बोलते हुए अमरजीत भगत ने कहा कि जिस तरह से भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता होती रहती है. फिर भी समस्या का समाधान नहीं होता. उसी तरह हमारी भी बातचीत केंद्र सरकार से हो रही है. देखिए कब समाधान होता है. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में इस बाद का उल्लेख है कि वार्ता जारी रहना चाहिए. हम भी भारत सरकार से वार्ता जारी रखना चाहते हैं. जब तक बात न बने तब तक वार्ता जारी रहने चाहिए. हम भी भारत सरकार के साथ वार्ता जारी रखना चाहते हैं ताकि छत्तीसगढ़ के पक्ष में कुछ अच्छी बातें सामने आए.

सीएम को धान वाले बाबा के नाम से जानेंगे लोग

वहीं बघेल सरकार की तारीफ करते हुए खाद्य मंत्री ने कहा कि चुनाव से पहले 2800 रुपए क्विंटल की रेट से धान खरीदने का आश्वासन दिया है. आने वाले समय में लोग सीएम को धान वाले बाबा के नाम से जानेंगे. इसकी ब्रांडिंग हो चुकी है. पिछली रमन सिंह की सरकार ने 70-71 लाख मीट्रीक टन से अधिक धान की खरीदी नहीं किया. सीएम बघेल के कार्यकाल में इस बार लेटेस्ट 105 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होने जा रही है. यह अपने आप में रिकॉर्ड है.

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