सारंगढ़। नगरपालिका में पदस्त उप-अभियंत्रा तारकेश्वर नायक विगत 5 वर्षों से सारंगढ़ में सांप के समान कुंडली मार कर बैठे हैं। लोगों की माने तो विगत भाजपा शासन में नगरपालिका अध्यक्ष को अपने पाले में लेकर राजनीतिक धौंस दिखाकर बड़े अधिकारियों से लेकर छोटे एवं सफाई कर्मचारियों पर भी कहर बनकर टूटने को नही कतराते थे तारकेश्वर ने, जिसकी शिकायत कुछ माह पहले सफाई कर्मचारियों ने भी की थी। लेकिन नौकरी से ज्यादा राजनीतिक दांव-पेंच में माहिर समझे जाने वाले तारकेश्वर नायक ने पूर्व नपा अध्यक्ष और भाजपा नेताओं के अपने मजबूत सम्बन्ध के दम पर खुद को नाराजगी के झोंको से बचाये रखा और कोई भी तूफान पूर्व भाजपा नपा अध्यक्ष के वरदहस्त के सामने तारकेश्वर नायक के घमंड का तिनका भी नही उड़ा सके।
लेकिन कांग्रेसी लहर के सामने भाजपा का नगरपालिका की कुर्सी से बेदखली के बाद कांग्रेस के काबिज होते ही विभागीय शिकायत पर ही इनका ट्रांसफर कराया गया था। लेकिन राजनीति के बड़े खिलाड़ी समझे जाने वाले तारकेश्वर नायक अब कांग्रेसियों से नजदीकी बढ़ाना और अपने ससुराल पक्ष की सहायता से खुद को कांग्रेसियों का रिश्तेदार बताना शुरू कर दिया है, और ट्रांसफर रुकवाने कांग्रेसी नेताओं के पास अनुसंसा हेतु भागमभाग जारी है।
अब देखना होगा कि राजनीति के मंजे खिलाड़ी तारकेश्वर नायक क्या भाजपा की तरह ही कांग्रेसी नेताओं को भी भृमित कर या मोटा चढ़ावा देकर अपना ट्रांसफर रुकवा पाते है या नही?
उप अभियंत्रा से त्रस्त है कर्मचारी क्या फिर भी कांग्रेसी नेता करेंगे सहायता और रुकेगा तबादला? सारंगढ़ की जनता और कर्मचारी टकटकी लगाये अगले रुख के इंतज़ार में है।